छोटी फिल्म… जेल में कटी अल्लू की रात, 'पुष्पा' की रिहाई से 20 घंटे तक की पूरी कहानी जानिए
रेजिडेंट का जुबली हिल्स। इलाक़ा एक ही मील का पत्थर है. साउथ का सबसे मशहूर सितारा यहां रहता है। पुलिस की टीम अचानक जुबली हिल्स की दुकानों पर दिखाई दी। वह सीधे स्टार के घर में बाजी मार लेती हैं। स्टार के हावभाव में दिखाया गया है कि वह अचानक से दुकान में आ गया। वह आश्चर्यचकित है. पुलिस स्टार को लिटिल टॉक्स ऑफर करता है और फिर अपने साथ ले जाता है… यह कोई फिल्मी स्क्रिप्ट नहीं है। शुक्रवार को हैदराबाद में कुछ ऐसा ही हुआ। छोटी फिल्मी टाइप. पुष्पारा स्टार अल्लू अर्जुन को पुलिस ने उनके घर से पकड़ लिया। इसके बाद देर रात तक सस्पेंस रेस्तरां का पूरा रेस्तरां रहा। पुष्परा क्या जेल में रहेगा? जानिए पुष्पा राज यानी अल्लू अर्जुन की गर्लफ्रेंड, जेल, बेल, जेल और रिलीज की 20 घंटे की पूरी कहानी…
दिन शुक्रवार, प्रातः 11.30 बजे: हैदराबाद के जुबली हिल्स स्थित अल्लू अर्जुन के घर के लिए हैदराबाद पुलिस की टीम के वारंटेंट का वारंट है। आश्चर्य की बात यह है कि अल्लू के हाथ के कप में अपनी पत्नी को ढँकते हुए देखते हैं। अल्लू ने अपनी सुपर-डुपर हिट फिल्म 'फूल का डायलॉग' जो हुडी रॉक्स है पर लिखा है- मैं झुकेगा नहीं। एक प्रश्न तैरता है- यह क्या है? या फिर पुष्पारा ने इसके माध्यम से मेसेज देने की कोशिश की है।
एक घंटे बाद दो करीब 12 बजे: पुलिस अल्लू को लेकर चिक्कपल्ली पुलिस स्टेशन लेकर जाता है। पुष्पा का बाहरी हिस्सा उनकी तस्वीर का हाथ हिलाते हुए और हाथ का प्रेमी आज़मीन करते हैं। पुलिस ने उन्हें रेजिडेंट के गांधी हॉस्पिटल से खरीदा है। वहां उनका मेडिकल चेकअप किया जाता है.
शाम 3.30 बजे: इसके बाद पुलिस नामापल्ली क्रिमिनल कोर्ट में प्रमुख मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट की अदालत में भर्ती होती है। न्यूज चैनलों पर तेजी से कारोबार चल रहा है। क्या पुष्पा को जेल होगी फिर वह पुलिस की नाक से बाहर निकलेगा। कोर्टरूम भी खचाखच भरा हुआ है. कोर्ट में जिरह शुरू होती है.
कोर्ट में क्या चलायें: अल्लू अर्जुन के वकील कहते हैं कि भगदड़ में महिला की मौत के लिए स्टार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। उनका कहना है कि 2 दिसंबर को ही तेलंगाना पुलिस ने थिएटर को फिल्म के प्रीमियर में स्टार के आने के बारे में बताया था, लेकिन भगदड़ के बाद डीसीपी ने उनके आवेदन को खारिज कर दिया था। 8 दिसंबर को चिकडपल्ली डिवीजन के एसीपी एल राकेश कुमार ने इस बात को लेकर आश्वस्त किया था कि इवेंट में अल्लू अर्जुन के आने की कोई जानकारी नहीं दी गई. पुलिस ने कोर्ट में अल्लू की ज्यूडिशल कस्टडी के लिए कहा कि पुलिस ने सामी थिएटर के इवेंट का उद्घाटन नहीं किया था, इसके बावजूद अल्लू अर्जुन वहां पहुंचे। इससे भी बदतर हुई भीड़ और भगदड़ में जान चली गई। पुलिस की ओर से यह भी जांच की गई कि अल्लू अर्जुन पूरे काफिले के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसकी भी कोई जानकारी नहीं दी गई थी। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि अल्लू अर्जुन अपनी कार के सनरूफ से कार के पीछे की तरफ ले जा रहे थे, भीड़ को भीड़ से बाहर कर दिया। कोर्ट ने अल्लू अर्जुन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
शाम 4.15 बजे: कोर्ट में जिरह पूरी हुई, कोर्ट रूम में मौजूद लोगों के मन में अब एक ही सवाल घूम रहा था कि जज फैसला सुनाएंगे। कैसे अल्लालू अर्जुन को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा या विच्छेद बेल मिलेगा? अल्लू अर्जुन को जब नाम कोर्ट ने 14 दिन के डायरेक्शन में अंतिम निर्णय का फैसला सुनाया तो बाकी लोग हैरान हो गए।
शाम 4.30 बजे: अललू अर्जुन के वकीलों की टीम तेलंगाना उच्च न्यायालय और अस्थायी जमानत की अपील करती है। अल्लू अर्जुन हाई कोर्ट में अपील कर रहे हैं और न्यायाधीशों का कहना है कि अभियोजक के आदेश को रद्द करने का रुख अब छोड़ा नहीं जा सकता है, क्योंकि अभिनेता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और मास्टर कोर्ट ने 14 दिन की सजा में भेज दिया है। है.
शाम 5.30 बजे: अललू अर्जुन को 14 दिन की नई राजधानी में डिप्टी का फैसला सुनाने के बाद पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया और चिल्लागुडा सेंट्रल जेल ले जाकर हमला कर दिया। उधर, अल्लू अर्जुन के वकील अपनी जमानत के लिए तेलंगाना उच्च न्यायालय में जिरह कर रहे हैं।
शाम 5.40 बजे: अललू अर्जुन कोलोन तेलांगना उच्च न्यायालय अंतरिक ज़मानत देता है। हाई कोर्ट से रिहाई मुलाकात के बावजूद अललू अर्जुन को जेल में ही रात गुजराती जेल भेज दिया गया, क्योंकि जेल अधिकारियों को शुक्रवार देर रात तक जमानत की प्रति नहीं मिली थी।
14 दिसंबर, सुबह 7.15 बजे : चंचलगुडा सेंट्रल जेल के बाहर सुरक्षा के अनिश्चय दिख रहे थे। जेल के बाहर काफी भीड़ जमा थी। अललू अर्जुन के सुसर सहित कई लोग जेल के बाहर मौजूद थे। अललू अर्जुन, जेल से बाहर आए और हाथ जोड़कर लोगों को धन्यवाद दिया। इसके बाद वह कार में बैठ गया और निकल गया।
'अल्लू अर्जुन की कोई गलती नहीं'
अल्लू अर्जुन थिएटर भगदड़ मामले में एक नया मोड़ सामने आ रहा है। भगदड़ में मरने वाली महिला रेवती (35) के पति भास्कर ने अभिनेता अल्लू अर्जुन का उद्धार किया है। इसके साथ ही उन्होंने 'पुष्पा' के खिलाफ मामला वापस लेने की बात कही है। 'पुष्पा 2: द रूल' के प्रीमियर शो के दौरान 4 दिसंबर को शाम थिएटर में भगदड़ में मारी गई रेवती के पति भास्कर ने शुक्रवार को मीडिया से बात की और बताया कि पुलिस ने उन्हें अल्लू अर्जुन के अपराधी के बारे में नहीं बताया था। वह वापस केस लेने के लिए तैयार हैं। भास्कर ने यह भी कहा कि एक्टर का उस भगदड़ से कोई लेना-देना नहीं है, जिसमें उनकी पत्नी की मौत हो गई। उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा फिल्म देखना चाहता था। मैं परिवार को सज़ा थिएटर ले गया। 'अल्लू अर्जुन वहां आए, लेकिन यह उनकी गलती नहीं थी।' भास्कर हॉस्पिटल में मीडिया से बात कर रहे थे, जहां उनके आठ साल के बेटे का इलाज चल रहा है।
चिक्कड प्लाट की दुकान में मामला दर्ज हुआ था
5 दिसंबर को अलदालु अर्जुन के खिलाफ भास्कर की याचिका पर चिक्कल्ड पैलेस में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने 8 दिसंबर को थिएटर मालिक, महाप्रबंधक और सुरक्षा प्रबंधक को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार, जब अल्लू अर्जुन अपनी निजी सुरक्षा टीम के साथ थिएटरों में आए, तो वहां मौजूद सभी लोग उनके साथ थिएटरों में रहने की कोशिश करने लगे और उनकी निजी सुरक्षा टीम के लोगों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिससे थिएटरों में भीड़ जमा हो गई। हो गया और भगदड़ मच गया। पुलिस के मुताबिक, भगदड़ में रेवती (35) की मौत हो गई और उनके बेटे श्रीतेज की भीड़ के कारण दम तोड़ दिया गया। मृत महिला के बेटों को ड्यूटी पर मौजूद सिपाहियों ने बाहर से निकाल लिया और सीपीआर विभाग ने तुरंत उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कर लिया। पुलिस के अनुसार, थिएटर प्रबंधन या अभिनेता की टीम की ओर से इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई कि वह थिएटर निर्माता है। अल्लू अर्जुन ने 6 दिसंबर को मृतक के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की थी और मामले को लेकर दुख जताया था।
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