दिल्ली में आर्टिकल 2018-19 पर 'आप' का पार्ट तोड़ पाएंगी बीजेपी और कांग्रेस, किस जाति के असली वोटर


नई दिल्ली:

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तस्वीर अब साफ हो गई है। ऐसे में इस बात की चर्चा इस बात को लेकर चल रही है कि दिल्ली में स्टेक रेस के लिए इस बार किस पार्टी का स्टॉक होगा। पिछले दो बार से आम आदमी पार्टी के ईस्टर राइडर्स पर जीत दर्ज कर रही है। दिल्ली की 70 मंजिलों वाली भूमि में 12 मंजिलें शामिल हैं। वहीं अगर वोट की बात करें तो दिल्ली के कुल ओलंपिक में से करीब 17 प्रतिशत मतदाता जाति वर्ग के हैं।

परिसीमन से पहले दिल्ली में आस्ट्रिया की संख्या 13 थी। साल 2008 तक दिल्ली में अज़ाबा की राजनीति में कांग्रेस चैंपियन थी। लेकिन 2013 में आम आदमी पार्टी के आने के बाद सब कुछ बदल गया। उस चुनाव में आपने 12 में से नौ नामांकन बड़ा लाभ कर दिया था। इसके बाद दो चुनावों में आपने एससी के लिए सभी 12 विकेट अपनी झोली में डाल ली थी।

दिल्ली में दलित का गणित

वहीं अगर बात करें दिल्ली में ज्वालामुखी जाति की तो दिल्ली में विदेशी आबादी करीब 17 फीसदी है। इनमें से 38 प्रतिशत जाटव और 21 प्रतिशत वाल्मिकी है। इस बार के चुनाव में अलग हटकर बीजेपी ने दो सामान्य क्वार्टरों में क्वार्टर कास्ट के दावेदार उभरे हैं। वहीं कांग्रेस ने एक सामान्य सीट पर प्रमुख जाति का उम्मीदवार उतार दिया है। लेकिन ऐसा कर पाने में आप असफल हो रहे हैं। बीजेपी ने दीप्त्ति देवरा को मटिया महल और कमल बागड़ी को बल्ली मारण से उम्मीदवार बनाया है.वहीं कांग्रेस ने नरेला से अरुणा कुमारी को टिकट दिया है. यहां यह भी उल्लेखित है कि बीजेपी दिल्ली की 70 में से केवल 68 सीटों पर ही चुनावी लड़ाई लड़ रही है। वह दो मंदिर और मूर्तियां (रामविलास) के लिए रवाना हुए हैं। वहीं दिल्ली में पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी ने केवल रिज्क् रेस पर ही किले की जाति के प्रतियोगी निकले हैं।

किसका कासा प्रदर्शन के लिए एससीसी के लिए आर्काइव स्टॉक

अगर पिछली तीन चुनावों की बात करें तो दिल्ली में 2013 के चुनाव में ओलंपिक रेस के लिए नौ बजे से आप, दो पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। वहीं 2015 और 2020 के चुनाव में सभी प्रतिभागियों ने जीत ली थी। वहीं अगर 2020 के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों को दलित बहुल 20 पिक्सेल मिले और क्वार्टर की बात की जाए तो आपने इनमें से 19 पर जीत दर्ज कर 55.7 फीसदी वोट अपने नाम किए थे। वहीं बीजेपी के हिस्से में एक सीट और 36.7 फीसदी वोट ही आए थे. कांग्रेस को कोई सीट तो नहीं मिली थी, लेकिन चार प्रतिशत वोट हासिल करने में कामयाबी हासिल हुई थी। अन्य के हिसाब से 3.6 प्रतिशत वोट आये थे.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेता उदित राज और अन्य नेता।

किस दल को मिलेगा किस जाति को वोट

सीएस डीएस लोकनीति सर्वेक्षण के अनुसार 2020 विधानसभा चुनाव में जाटव जाति के 72 प्रतिशत जिले ने आपको वोट दिया था। वहीं बीजेपी को 22 और कांग्रेस को तीन फीसदी जाटव वोट मिले थे. वाल्मिकी जाति के 65 प्रतिशत वोट आपको तो 29 प्रतिशत बीजेपी और चार प्रतिशत कांग्रेस को मिले थे। दूसरी बार सुपरस्टार्स से 66 प्रतिशत वोट तो 27 प्रतिशत वोट और पांच प्रतिशत वोट कांग्रेस को मिले थे।

1993 के चुनाव में दिल्ली में स्ट्राइक्स स्ट्रेंथ पर्स ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। उस चुनाव में उन्हें आठ मूर्तियाँ मिलीं।

दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस बार एक चरण में चुनाव होने जा रहा है। इसके लिए कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। दिल्ली में मतदान पांच फरवरी को होगा.मतगणना आठ फरवरी को होगी.

ये भी पढ़ें: दिल्ली चुनाव 2025: सामान्य टिकट पर टिकटें नीचे हैं ये टिकट, आप का है ये हाल


Source link

Share this:

#2025दललचनव #अरवदकजरवल #आप #आमआदमपरट_ #एएप_ #ओरजनल #कगरस #दलतकरजनत_ #दलतवट #दलतवटबक #दललकषतरमतज_ #दललचनव2025 #दललमसटआरकषत #दललवधनसभचनव2025 #बप_ #भजप_

दिल्ली में आरक्षित सीटों पर AAP का दबदबा तोड़ पाएंगी BJP और कांग्रेस, किस जाति के कितने वोटर

दिल्ली की 70 सदस्यों वाली विधानसभा में 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी पिछले दो चुनावों से ये सभी सीटें जीतते आ रही है. आइए जानते हैं कि कैसी है दिल्ली में आरक्षित सीटों और दलितों के वोट की लड़ाई.

NDTV India