महाकुंभ 2025: हार्ले डेविडसन पर बाबा जी! देखिए महाकुंभ के अजब-गजब रंग
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तीर्थराज प्रयाग. गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी। महासंगम पर महारंगों के महामिलन का मेला। जिंदगी का शायद ही कोई ऐसा रंग हो जो छूट रहा हो। अध्यात्म और जीवन का रंग कि आत्मा सराबोर हो जाये। सोमवार को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान से स्नान में महाकुंभ का शंखनाद हुआ। 45 दिन चलने वाले महाकुंभ के पहले ही दिन संगम की रेती पर आस्था का ऐसा रेला। जहां तक देखें अमेरिका, सिर ही सिर. कोई घरघराहट. किसी बच्चे को अरेस्ट. कोई कड़कड़ाती ठंड में चॅड्रा लपेटे। किसी बुज़ुर्ग माता-पिता का हाथ पकड़ना। कहीं राम नाम का सत्संग. कहीं और राधे राधे. जहाँ शिवालय. कहीं देश के कोने से आए हथयोगियों के हथयोग, जो एकबारगी विचारों पर मजबूर करे- ऐसा संभव है क्या?
और इन सभी रंगों से भरे पौष की पूर्णिमा का पुण्य घटकने के लिए भोर से स्नान ध्यान करने का मंत्र। जब जीवन में राजाई की चाहत हो, ऐसे में शरीर में अद्भुत ऐसी ऊर्जा! इसका स्रोत कहां है? ठंड कौन सा है? संगम में स्नानघर बनाते हैं, बच्चे, महिलाएं। अद्भुत, अद्भुत, अकल्पनीय। कुछ ऐसा है महाकुंभ. जिसमें एक दिन में 60 लाख से अधिक विशाल अमृत स्नान कर लिए गए हैं। नीचे देखें महाकुंभ के ऐसे रंग…
महाकुंभ, हार्ले डेविडसन और बाबा
महाकुंभ में संत और नागा साधु समेत कई अन्य लोग भी शामिल हुए हैं। महाकुंभ के अलग-अलग रंग दिख रहे हैं। अलग-अलग संतों का अपना ही अहामंडल है। किसी एकांत में शांति, तो किसी जीवन के हर रंग को अपने में समेटे हुए। अब हार्ले डेविडसन पर इन बाबा को ही देखिए। आस्था वाले बाबा महाकुंभ में लेकर बेहद उत्सुक दिख रहे हैं। महाकुंभ 2025 में सिर्फ साधु-संतों की ही नहीं बल्कि कई अन्य साधु-संतों की भी ऐसी ही तस्वीरें हर दिन सामने आ रही हैं।
और एक तस्वीर ये भी है. शिव के डमरू से महाकुंभ महानाद.
कुंभ में बिछड़ने से बचने के लिए दो पूर्वजों ने किया गजब का जुगाड़!
महाकुंभ में झारखंड के देवघर से आई दो बहनों गीता और ललिता ने ना बिछड़ने के लिए अपने हाथ की चूड़ियों को रिबन से बांधा। उन्होंने बताया कि दो दिन से वो इसी तरह हाथ पकड़ कर घूम रहे हैं।#महाकुंभ2025 pic.twitter.com/AEO5sTKZnT
– एनडीटीवी महाकुंभ (@NDTVMahakumbh) 13 जनवरी 2025
'हम तो धन्य हो गए', महाकुंभ में विदेशी पर्यटक भी गदगद
धर्म और आस्था की नगरी में महाकुंभ के समागम पर भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। सुबह साढ़े नौ बजे तक 60 लाख अद्भुत मां गंगा में बरामद हो चुकी हैं। विदेशी भ्रमण भी यहाँ अमेरिका हैं. पोलेन्ड से प्रदर्शित ओपेरा क्लॉडिया ने कहा कि मुझे यहां सबसे बड़ा गर्व हो रहा है। मुझे भी कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ था. कभी नहीं सोचा था कि मुझे जीवन में कभी इस तरह का अनुभव होगा। कल मैं भी स्नान कर स्नान। महाकुंभ के दर्शन से कल का दिन बहुत अहम होने वाला है। हालाँकि, आज इसकी अनाधिकृत रूप से शुरुआत हो चुकी है, लेकिन शाही स्नान का दिन और मैं काफी उत्सुक हूँ।
बुधादित्य योग में पौष पूर्णिमा में आ आशुतोषा की खोज
पौष पूर्णिमा यानि आज बुधादित्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है। पुनःप्राप्ति के बाद सकल कामना सिद्धि, जनकलित्याण व सतीअभयोदय के लिए यज्ञ-अनु स्थापना की शुरुआत होगी। देश-विदेश के संत व पवित्र गंगा, यमुना व दर्शनीय सरस्वती की त्रिवेणी (संगम) के पवित्र जाम में शामिल हों भजन-पूजन में राम जाएंगे।
अंडरवाटर डूब, एआई कैमरों से निगरानी
भारत के संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि पहली बार, संगम क्षेत्र में चौबीसों घंटे सुपरविजन करने के लिए शहर भर में 100 मीटर तक गोता लगाने में सक्षम पानी के नीचे डूबे हुए हैं। आर्टिफिशियल टाइम साइंटिस्ट (एआई) मजबूती वाले कम से कम 2,700 कैमरे जो रियल मॉनिटर और चेहरे की पहचान तकनीक की पेशकश करेंगे, प्रवेश गेट्स पर लगाए गए हैं।
वास्तविक है पौराणिक मान्यता?
पौराणिक कथाओं के अनुसार एक माह तक का विश्वास संगम तट पर कल्पवास होगा। इसके लिए सीएम योगी के दिशा-निर्देश में असमान्य प्राधिकारी ने विशेष चॉइस की हैं। कल्पवास की शुरुआत आज पौष पूर्णिमा से होगी।
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